रायपुर – धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी की अंतर की राशि को लेकर उहापोह की स्थिति ख़त्म हो गई है। माननीय मुख्यमंत्री ने बालोद में आयोजित सभ को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य इ लगभग 27 लाख किसानों को धान बोनस अर्थात धान खरीदी की अंतर राशि का भुगतान धान खरीदी की तिथि समाप्त होते ही जमा कर दी जाएगी। धान खरीदी की अंतिम तिथि 31 जनवरी निर्धारित है। ऐसे में माह फरवरी के पहले सप्ताह में बोनस राशि जमा कर दी जाएगी।
ज्ञात हो कि राज्य सरकार किसानों को वर्तमान में समर्थन मूल्य 2300 रु . प्रति क्विंटल का भुगतान तत्काल कर रही है। धान बेचने वाले किसानों को प्रति क्विंटल 800 रु . धान बोनस राशि प्रदान की जाएगी। इस तरह से किसानों को एक क्विंटल धान की कीमत 3100 रु . प्राप्त होगी। राज्य सरकार किसानों से एक एकड़ पर २१ क्विंटल धान की खरीदी कर रही है।
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छत्तीसगढ़ राज्य में धान खरीदी का सिलसिला अनवरत रूप से जारी , अब तक लगभग 110 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी –
21 . 04 लाख किसानों को धान खरीदी के एवज में 24677 करोड़ रूपए का भुगतान।
धान खरीदी के साथ-साथ तेजी से हो रहा धान का उठाव।
अब तक 81 लाख मीटरिक टन धान के उठाव के लिए डीओ और टीओ जारी।
52 लाख मीट्रिक टन धान का हो चुका है उठाव।
छत्तीसगढ़ धान खरीदी – मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में प्रदेश के किसानों से सुगमतापूर्वक धान की खरीदी की जा रही है। वहीं धान खरीदी व्यवस्था पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। राज्य में 14 नवम्बर से शुरू हुए धान खरीदी का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है।
अब तक लगभग 110 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। धान खरीदी के एवज में 21 लाख से अधिक किसानों को बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत 24 हजार 677 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। धान खरीदी का यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगी।
प्रदेश के समस्त पंजीकृत कृषकों को खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में धान विक्रय हेतु टोकन की सुविधा ऑनलाईन एप्प (टोकन तुंहर हांथ) एवं उपार्जन केन्द्रों में 25 जनवरी 2025 तक के लिए उपलब्ध कराया गया है। किसान सुविधा अनुसार तिथी का चयन कर नियमानुसार धान विक्रय कर सकते है।
धान खरीदी के साथ-साथ मिलर्स द्वारा धान का उठाव भी तेजी से हो रहा है। अब तक 81 लाख मीटरिक टन धान के उठाव के लिए डीओ और टीओ जारी किया गया है, इसके एवज में 52 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया गया है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा इस खरीफ वर्ष के लिए 27.78 लाख किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। इसमें 1.59 लाख नए किसान शामिल है। इस वर्ष 2739 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है।